रायपुर : Mahtari Vandan Yojana: चुनाव खत्म होते ही छत्तीसगढ़ में एक बार फिर महतारी वंदन योजाना को लेकर राजनीति गर्मा गई है। छत्तीसगढ़ में जिस योजना के बूते BJP ने सरकार बनाई है,अब उस योजना को लेकर Congress हमलावर है। कांग्रेस का आरोप है कि महतारी वंदन योजना (Mahtari Vandan Yojana) से हितग्राहियों के नाम काटे जा रहे हैं। जिन लोगों के खाते में पैसा आ रहा है,उनकी फिर से जांच की जा रही है। कांग्रेस का दावा है कि उनके पास ऐसे लोगों की जानकारी है,जिनके नाम आचार संहिता हटते ही कट चुके हैं।
चरणदास महंत ने जताई Mahtari Vandan Yojana बंद होने की आशंका
महतारी वंदन योजना (Mahtari Vandan Yojana) में काटे गए नाम पर चरणदास महंत ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। विष्णुदेव साय सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को लेकर चरणदास महंत ने कहा कि अभी लोकसभा चुनाव के परिणाम आए दो दिन भी नहीं बीते और महतारी वंदन का लाभ लेने वाली माताओं और बहनों के नाम कटने लगे।
”अभी चुनाव परिणाम आए दो दिन भी नहीं हुए हैं कि लोगों के नाम काटे जा रहे हैं. आने वाले समय में साय सरकार इस योजना को बंद कर सकती है.”- चरणदास महंत, नेता प्रतिपक्ष, छत्तीसगढ़
कोरबा हमारा परिवार – डॉ चरणदास महंत
Mahtari Vandan Yojana: डॉ चरणदास महंत ने कोरबा लोकसभा सीट पर मिली जीत के लिए संसदीय क्षेत्र की जनता को धन्यवाद दिया। महंत ने कहा कि कोरबा लोकसभा के लिए हम प्रत्याशी नहीं, बल्कि कोरबावासियों से हमारा पारिवारिक रिश्ता है। मेरे पिताजी का भी पारिवारिक रिश्ता है, उनके अपने हैं,अपनापन का विशेष पारिवारिक रिश्ता है। यही कारण है कि मोदी सरकार को नकार कर कोरबावासियों का हमें प्यार मिला। इस दौरान चरणदास महंत ने देश सहित प्रदेश में जिन सीटों पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है उसे हर की समीक्षा पार्टी की बैठक में किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सीडब्ल्यूसी (CWC) की बैठक दिल्ली में होगी और उसमें इस पर चर्चा की जाएगी।
जीत गई जनता – जीत गया कोरबा.. देवतुल्य जनता का दिल से आभार…
हमारे बबर शेर कार्यकर्ता मेरी ताकत..#जय जोहर- जय छत्तीसगढ़ https://t.co/WWyo7in3vC
— Dr.Charan Das Mahant (@DrCharandas) June 4, 2024
छत्तीसगढ़ के सांसद बन सकते हैं मंत्री
Mahtari Vandan Yojana: इसके अलावा महंत ने छत्तीसगढ़ के बीजेपी सांसदों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की बात भी कही। उन्होंने किसी सांसद विशेष का नाम लेने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि यदि किसी एक का नाम ले लूंगा तो हो सकता है कि दूसरा नाराज हो जाए।